लेखनी कविता -कविता संग्रह कौन जाने?

51 Part

157 times read

0 Liked

कौन जाने? झुक रही है भूमि बाईं ओर, फ़िर भी कौन जाने? नियति की आँखें बचाकर, आज धारा दाहिने बह जाए। जाने  किस किरण-शर के वरद आघात से निर्वर्ण रेखा-चित्र, बीती ...

Chapter

×